तुलसी, जिसे भारतीय बेसिल या पवित्र बेसिल भी कहा जाता है,
भारत में इसे अकसर हर्ब्स की रानी माना जाता है।
पवित्र हर्ब मानी जाने वाली, इस हर्बल को लगभग हर हिंदू के घर में उगाया जाता है। पवित्र माने जानने के अलावा, तुलसी को बेहतरीन स्वास्थ साधक भी माना जाता है। इसके पत्ते और जड़ो का प्रयोग चिकित्सक काढ़ा बनाने में किया जाता है, जो शरीर और मन को शांत रखने के अलावा कोरोना के इलाज़ में भी लाभदायक माना गया हैं।
यह खुशबूदार पेड़, जो बेसिल के पेस्टो विकल्प से अलग है, भारत का एक मूल्य माना गया है। यह एक लंबा पेड़ होता है, जिसकी बहुत सी छोटी शाखाएं होती है जो हर दिशा की ओर फैलती हैं।इसके पत्ते हरे रंग के और तेज़ खुशबू और स्वाद वाले होते हैं। तुलसी के पत्ते अंडाकार के और हल्के तेज़ नोक वाले होते हैं और इसके किनारे हल्के नुकीले होते हैं।
तुलसी में यूजेनॉल नामक का एक कंपाउंड पाया जाता है जो कि इंसान के शरीर में कैंसर से लड़ने में मददगार होता है। कई रिसर्च में यह भी पाया गया है कि तुलसी कैंसर से लड़ने में मददगार रहती है।
वहीं, जो लोग नियमित रूप से तुलसी का सेवन करते हैं तो उन्हें कैंसर होने की संभावना बहुत कम होती है। तुलसी पानी एक लोकप्रिय स्वस्थ पेय हैं। यह हमें सुकून देता है और हमारी इंद्रियों को ताज़ा करता है। एसिडिटी से पीड़ित लोगों के लिए यह बहुत लाभदायक है। खाली पेट तुलसी के पांच पत्ते चबाकर खाने से पेट की तकलीफों से छुटकारा मिलता है। तुलसी के पत्तों में कफ वात दोष को कम करने, पाचन शक्ति एवं भूख बढ़ाने और रक्त को शुद्ध करने वाले गुण होते हैं।
तुलसी के पत्ते खाने से क्या नुकसान होता है?
तुसली के पत्तों को ज्यादा खाने से शरीर का ब्लड पतला हो सकता है। इसे एंटी क्लोटिंग दवाओं के साथ लेने से खून को पतला करने के शक्ति को बढ़ा देता हैं ।हेपरिन जैसी दवाओं को लेने वाले रोगियों को तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।
तुलसी के फायदे:-
* तुलसी में बहुत गुणकारी किटाणुनाशक गुण होते हैं, जो बुखार उतारने में मदद करते हैं।
• तुलसी के पत्ते ऑक्सीकरण रोधी और ज़रुरी तेल से भरपुर होते हैं, जो युगीनोल, मिथाइल युगीनोल और कॅरीयोफाईलीन बनाते हैं। बदले में यह इन्सुलिन के लिए संवेदशिल्ता बढ़ाने में मदद करता है।
• हर रोज़ खाली पेट तुलसी के कुछ पत्तों को चबाने से, हृदय रोग से बचा जा सकता है।
• केंद्रिय औषध अनुसंधान संस्था, लकनऊ, भारत के द्वारा की गाँ जाँच के अनुसार, तुलसी कार्टीसोल नामक तनाव हार्मोन की मात्रा को संतुलित रखने में मदद करती है।
• बेहतरीन मूत्रवर्धक और विषहरण पदार्थ होने के कारण, तुलसी किडनी के लिए अच्छी होती है। तुलसी खून में युरिक एसिड की मात्रा को कम करने में करती है, जो किडनी को साफ रखने में मदद करती है। इसके ज़रुरी तेल में प्रस्तुत एसिटिक एसिड और अन्य पदार्थ किडनी में पत्थर को तोड़ने में मदद करते हैं, वहीं इस दर्दनाशक प्रभाव किडनी में पत्थर के दर्द को कम करने में मदद करता है।
बिन तुलसी आंगन है सूना,
हर घर बना है एक खिलौना !!
अब कहां लोग हैं तुलसी पूजते,
अब तो हर घर में है लगा बकैना!!
हम मर्म भूल गये हैं उस माँ का,
था कभी महकता आंगन जिनसे!!
बीज बो दिए लाख किस्म के,
पर एक न तुलसी है आंगन में!!
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Terrific
ReplyDelete👏😊
ReplyDeletetulsi is actually god plant
ReplyDeleteVery good medicinal herb thank you
ReplyDeleteIt's really beneficial
ReplyDeleteDidn't know that tulsi was this much good for health
ReplyDeleteIt's really good for health
ReplyDeleteThank you for the knowledge , really helpful
ReplyDeleteWe should follow these things. Really good to see. Thank you
ReplyDeleteTulsi is a important natural ingredients...used for skin,health etc
ReplyDeleteIt's really beneficial
ReplyDeleteThank you for this info, very insightful
ReplyDeleteamazing herb and health benefits are amazing too
ReplyDeleteTbh...I add Tulsa in my morning tea..and I feel so refreshing.
ReplyDeleteThis plant has a cure for almost all the medical problems in the world!
ReplyDeleteYup bro totally agree that Tulsi is rich in Vitamin C and zinc. This also have my Benefits like as a natural immunity booster and keeps infections at bay.
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